“भविष्य आज के युवाओं में निहित है” यह बात विशेष रूप से भारत जैसे युवा राष्ट्र के लिए प्रासंगिक है, जिसकी औसत आयु केवल 28 वर्ष है। आज भारत के युवाओं को बेरोजगारी के साथ-साथ निराशा का भी सामना करना पड़ रहा है। इसका मूल कारण बड़े पैमाने पर बेरोजगारी है जो भाजपा/एनडीए सरकार के तहत हर साल बढ़ती जा रही है। कांग्रेस एक सशक्त युवा न्याय कार्यक्रम के माध्यम से भारत के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगी।
शिक्षा सामाजिक उत्थान के लिए आवश्यक है और प्रत्येक छात्र को सरकार द्वारा उपलब्ध निःशुल्क, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार है। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय मुख्य रूप से सरकारी संसाधनों द्वारा संचालित सार्वजनिक संस्थान होने चाहिए। कांग्रेस यह भी मानती हैं कि निजी शिक्षण संस्थान एक महत्वपूर्ण पूरक भूमिका निभाते हैं।
भारत के स्वतंत्र इतिहास में किसी भी सरकार ने खेलों का उतना राजनीतिकरण नहीं किया जितना वर्तमान भाजपा/एनडीए सरकार ने किया है। राजनीतिक उद्देश्यों के लिए चुनिंदा स्थानों पर विश्व कप खेलों का आयोजन करने से लेकर खेल संस्थाओं में राजनीतिक रूप से जुड़े लोगों द्वारा भारत के ओलंपियनों के उत्पीड़न पर आंखें मूंद लेने तक, भारतीय खेल यकीनन अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। कांग्रेस का मानना है कि भारतीय खेल ऊंची उड़ान भरेगा। खेलों को बढ़ावा तभी मिल सकेगा जब खेल निकायों की स्वतंत्रता बहाल हो, राजनीतिक हस्तक्षेप दूर हो और सरकार खेल विकास के लिए एक मजबूत और तटस्थ वातावरण उपलब्ध कराए।