विदेश नीति
भारत की विदेश नीति स्वतंत्रता संग्राम से प्रभावित है। जो हमारे दूरदर्शी नेताओं के सामूहिक ज्ञान और दूरदर्शी दृष्टिकोण से विकसित हुई है। दुर्भाग्य से भाजपा शासन के दौरान एक व्यक्ति की सनक और व्यक्तिगत इच्छा के कारण उलट-पलट हो गई है। हमारे राष्ट्रीय हित के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हम देश के लिए इस प्रकार की हानिकारक नीतियों और घटनाओं को बदलकर नये सिरे से विदेश नीति विशेषज्ञों पर विश्वास दोहरायेंगे।
- कांग्रेस मित्रता, शान्तिपूर्ण सह-अस्तिव, गुटनिरपेक्षता और स्वतंत्रता के विचार के साथ विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय संबन्ध बढ़ाने की दिशा में कार्य करेगी।
- कांग्रेस विदेश नीति से संबंधित मामलों पर सरकार को सलाह देने के लिए सुरक्षा विशेषज्ञों, विषय विशेषज्ञों और कूटनीतिज्ञों तथा सुरक्षा हेतु कैबिनेट कमेटी को मिलाकर विदेश नीति पर एक राष्ट्रीय परिषद् की स्थापना का वायदा करती है।
- हम दुनिया के देशों विशेषकर पड़ोसी देशों और जी-20 देशों के साथ विभिन्न मंचों और संस्थानों में संयुक्त रूप से कार्य करेंगे।
- विदेश व्यापार हमारी विदेश नीति का महत्वपूर्ण तत्व होगा, हम विभिन्न देशों के साथ व्यापार बढ़ाने की हर संभव कोशिश करेंगे।
- कांग्रेस सरकार ने ही भारतीय अर्थव्यवस्था के दरवाजे पूरी दुनिया के लिये खोले थे। कांग्रेस दूसरे देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए आर्थिक सहयोग, दोतरफा निवेश और कारोबारियों के बीच घनिष्ठ संबंधों का वायदा करती है।
- कांग्रेस दुनिया के किसी भी हिस्से में आतंकवाद का विरोध करती है और आतंकवादी गुटों, आतंकवादी घटनाओं और सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए अन्य देशों के साथ मिलकर काम करने का वायदा करती है। हम संयुक्त राष्ट्र को आतंकवादियों की सूची की लगातार समीक्षा करने और प्रतिबन्धों के दायरे का विस्तार करने के लिए राजी करेंगे।
- हम दुनिया के अन्य देशों को पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए लामबंद करेंगे कि पाकिस्तान अपनी धरती से संचालित होने वाली आतंकी गतिविधियों और आतंकवादी समूहों पर रोक लगाए।
- कांग्रेस अन्तर्राष्ट्रीय संधियों और सम्मेलनों के अनुरूप नागरिक शरण कानून पारित करने का वायदा करती है।
- हम परमाणु आपूर्तिकर्ता समूहों और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में स्थाई सदस्यता के लिए भारत के प्रयासों को दोगुना करेंगे।
- कांग्रेस सार्क और आसियान देशों की भौगोलिक निकटता का लाभ लेते हुए व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ायेगी।
- कांग्रेस मछुआरों की समस्याओं का हल ढूंढ़ने, संघर्ष-जबरन कार्यवाही और जान-माल की हानि रोकने के लिए विशेष तौर पर पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ मिलकर प्रभावी तंत्र स्थापित करने का वायदा करती है, साथ ही मछुआरों की आजीविका में सुधार के लिए विशेष प्रयास किये जायेंगे।
- हम भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् को मजबूत करेंगे तथा अन्य देशों के साथ सांस्कृतिक संबंध सुधारते हुए विश्व में अपनी संस्कृति और सभ्यता को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए परिषद् को प्रोत्साहित करेंगे।
- कांग्रेस विदेश सेवा का आकार बढ़ाने, विषय विशेषज्ञों और विद्वानों को विदेश सेवा में शामिल करके विदेशों में नये दूतावास खोलने के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और मंचों पर प्रभावी रूप से अधिक हिस्सेदारी के साथ अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेंगे तथा इनके जरिये दुनिया में नेतृत्वकारी भूमिका हासिल करने का वायदा करते हैं।